यदि आप भी एक ब्लॉगर हैं तो आपके मन में हमेशा यह सवाल उठता होगा कि आपके वेबसाइट की performance किन किन बातों पर निर्भर करती है। और इसी कड़ी में सबसे महत्वपूर्ण चीज है Bounce rate.
वर्तमान समय में जितने भी bloggers हैं, उन सभी को अपने वेबसाइट की Bounce rate के ऊपर काफी ज्यादा ध्यान देना पड़ता है। तो आइए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि Bounce rate क्या है और इसे कैसे कम करते हैं?
Table of Contents
Bounce rate क्या है?
Bounce rate SEO का एक काफी महत्वपूर्ण हिस्सा है। दरअसल Bounce rate Google analytics की एक सर्विस है जिसके द्वारा किसी भी वेबसाइट पर आने वाले यूजर के behaviour के बारे में जानकारी मिलती है।
साधारण भाषा में समझे तो Bounce rate का मतलब यह है कि मान लीजिए आपने किसी भी टॉपिक को गूगल पर सर्च किया। उसके बाद आपको बहुत सारे आर्टिकल उस टॉपिक पर देखने को मिल जाएगा। मान लीजिए आपने सबसे पहले वाले वेबसाइट के ऊपर क्लिक किया। उसके बाद यदि आपको उस वेबसाइट का कंटेंट पसंद आएगा तो आप पूरा कंटेंट अच्छे तरीके से पढ़ेंगे और उस वेबसाइट पर तकरीबन अच्छा खासा समय व्यतीत करेंगे। इस प्रकार से यदि आपने उस वेबसाइट पर ज्यादा समय बिताया तो उस वेबसाइट की Bounce rate कम होगी और वह वेबसाइट गूगल की नजर में काफी अच्छा होगा।
परंतु उसके विपरीत यदि आपको उस website का content पसंद नही आया और आप सिर्फ कुछ ही सेकंड में उस वेबसाइट से वापस बैक आ जाएंगे तो उस वेबसाइट का Bounce rate बढ़ जाएगा। इससे गूगल के नजर में उस वेबसाइट की authority कम हो जाएगी।
जिसके कारण वेबसाइट के performance डाउन हो जाएगी।
यदि दूसरे तरीके से समझे तो Bounce rate आपकी किसी एक पेज पर आने वाले उन visitors के percentage को दर्शाता है, जो किसी दूसरे पेज पर बिना क्लिक किए आपके main page से वापस चले जाते हैं।
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए यदि आपके वेबसाइट का बाउंस रेट 25% है, तो ऐसे 25% लोग हैं जो आपके किसी आर्टिकल को बिना ज्यादा देर पढ़े ही वापस लौट जाते हैं या अन्य किसी पेज को क्लिक नहीं करते हैं।
Bounce rate ज्यादा होने के कारण:
यूं तो Bounce rate ज्यादा होने के बहुत सारे कारण हो सकते हैं। परंतु आज हम यहां आपको कुछ basic तथा महत्वपूर्ण गलतियों के बारे में बताएंगे जिसके कारण किसी भी वेबसाइट का bounce rate ज्यादा होता है।
- सबसे महत्वपूर्ण कारण है content. जैसा कि आप सभी को पता है content is king. इसीलिए किसी भी वेबसाइट की अच्छे परफॉर्मेंस के लिए content का सही होना बहुत ही ज्यादा जरूरी है यदि आपके content में दम है और यह यूजर से अच्छी तरीके से interact कर पा रहा है, तो यूजर ज्यादा समय तक आपके पेज पर समय बताएगा। जिसके कारण आपका bounce rate कम रहेगा।
लेकिन यदि आपके बस कंटेंट में ही दम नहीं है तो ज्यादा संभावना है कि यूजर बिना किसी अन्य पेज को क्लिक किए या बिनाज्यादा देर समय बिताए, आपके वेबसाइट से बाहर चला जाएगा, जिसके कारण bounce rate बढ़ जाता है। - किसी भी वेबसाइट के loading time ज्यादा होने से भी यूज़र आपके पेज में प्रवेश नहीं करते हैं, जिसके कारण bounce rate बढ़ जाता है। इसलिए कोशिश करें कि वेबसाइट की लोडिंग स्पीड को काफी अच्छा बना कर रखे।
- वेबसाइट का template या theme अच्छा नहीं होने के कारण भी बहुत सारे users को आपके वेबसाइट के content पढ़ने में तथा उसे अच्छी तरीके से समझने में बहुत परेशानी होती है जिसके कारण वह आपसे अच्छी तरीके से इंटरेक्ट नहीं कर पाते हैं और वह काफी कम समय में ही आपके page से बाहर चले जाते हैं, जिसके कारण आपका bounce rate बढ़ जाता है।
- Keyword के अनुसार content का ना होना। कई बार बहुत सारे ब्लॉगर ज्यादा ट्रैफिक पाने के लिए गलत कीवर्ड का use करते है और रैंक कर जाते हैं। परंतु उसके अंदर का content बिल्कुल उससे प्रतिकूल होता है जिसके कारण यूजर को असली नॉलेज नहीं मिल पाती है। Bounce rate बढ़ने का यह भी बहुत बड़ा कारण है।
Bounce rate को कम कैसे करें?
Bounce rate को कम करने के बहुत सारे तरीके उनमें से कुछ महत्वपूर्ण तरीके निम्नलिखित हैं
1. Website Design or Template के द्वारा bounce rate कम कैसे करें?
जैसा कि किसी ने ठीक ही कहा है “जो दिखता है वही बिकता है”। यानी कि आप यूजर को जो चीज सबसे पहले दिखाएंगे, उसी से वह सबसे ज्यादा attract होगा। इसीलिए किसी भी वेबसाइट का template and design काफी बेहतरीन होना चाहिए, जिससे यूजर आपके वेबसाइट से जुड़ा रहे तथा उसे कंटेंट पढ़ने में किसी भी तरह की परेशानी ना हो।
2. Page की loading speed से bounce rate कैसे कम करें?
किसी भी वेबसाइट का परफॉर्मेंस उसके loading speed पर बहुत ज्यादा निर्भर करता है। यदि आपकी वेबसाइट की loading speed परफेक्ट रहेगा तो यूजर आपके वेबसाइट पर रेगुलर विजिट करेंगे तथा उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी। लेकिन यदि आपके वेबसाइट loading speed ज्यादा होगी तो यूजर आपके website पर दोबारा आना कभी पसंद नहीं करेंगे।
Loading speed के प्रमुख तथ्य:
1 second से कम- Perfect
1 second से 3 Second- Above average
3 second से 6 second- Average
6 से ज्यादा – Very poor
3. Quality and unique content से bounce rate को कम करने के तरीके
यदि आपके कंटेंट में क्वालिटी रहेगी तथा वह कहीं और से copied नहीं रहेगा, तो यूजर आपके पेज पर ज्यादा समय बिताएंगे और आपका आर्टिकल पूरा पढ़ कर जाएंगे। जिससे आपके पेज का bounce rate कम रहेगा तथा वेबसाइट performance भी ठीक रहेगा।
4. Internal link के प्रयोग से bounce rate को कम कैसे करें?
आप अपने आर्टिकल में जितने ज्यादा इंटरनल लिंग का प्रयोग करेंगे उतना ही ज्यादा यूजर आपके अन्य पेज पर जाएंगे और ज्यादा समय आपके वेबसाइट पर बिताएंगे, जिससे आपका bounce rate कम रहेगा।
निष्कर्ष:
उम्मीद है कि ऊपर चर्चा किए गए सभी जानकारियों से आपको समझ में आ गया होगा कि bounce rate क्या होता है तथा bounce rate को कैसे कम किया जा सकता है?
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